Skip to main content

What is Attitude ? In Hindi


  Attitude Story In Hindi

                 एक गांव में दो दोस्त रहते थे। दोनों कच्चे घर में रहते थे। दोनों सुबह उठकर अपने -अपने काम पर जाते थे।  दोनों भगवान की बहुत पूजा करते थे। एक  दिन गांव में आंधी आई और बहुत जोरों से बारिश होने लगी।  शाम को जब दोनों वापस अपने गांव पहुंचे तो देखा कि बहुत बारिश और तूफान के कारण, उनके घरों में बहुत नुकसान हुआ था।  आधी  छत उड़ गई थी और  दीवारे भी आधी टूट गई थी। 
                  यह देखकर पहला  दोस्त बहुत गुस्सा हो जाता है,और बोलता है भगवान मैं तेरी बहुत  पूजा करता हूं। मैं तुझे बहुत मानता हूं, फिर भी तूने मेरे घर को नुकसान पहुंचाया। गांव में और भी घर हैं, जिसको कुछ नुकसान नहीं हुआ।  यह तेरा ही काम है,  हम तुम्हारी बहुत पूजा करते हैं फिर भी तू हमें प्रेम नहीं करता। 
                   तभी दूसरा दोस्त आता है। और अपने घर को देखकर खुश हो जाता है, और नाचने लगता है, वह  कहता है भगवान आज मुझे तुझ पर यकीन हो गया है। कि तू हमसे बहुत प्यार करता है।  क्योंकि हमारा आधा ही घर टुटा है,हमारा आधा घर तूने ही बचाया है, वरना इस तेज  तूफान और तेज बारिश में तो हमारा पूरा घर टूट जाता। तेरी हमारे ऊपर बहुत महेरबानी है कि हमारे रहने के लिए आधाघर तो सलामत है ? यह मेरी पूजा का ही फल है।  कल से मैं तेरी बहोत  पूजा करूंगा।  तुझ पर मेरा विश्वास अब बहुत बढ़ गया है। 
            दोस्तों इस  कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि, एक जैसे दोनों लोगों ने एक घटना के ऊपर अलग-अलग प्रतिक्रिया दी।  दोनों  दोस्त थे लेकिन दोनों का घटना को देखने का नजरिया अलग था।  दोनों का एटीट्यूड अलग था। 
         पहले दोस्त का एटीट्यूड  नेगेटिव था, जो हर घटना में कमी ही देखता था जबकि दूसरे दोस्त का एटीट्यूड पोज़िटिव था, वो हर घटनामें अच्छा ही देखता था। 
       इसलिए हमें दूसरे दोस्त की तरह अपने जीवन में हर घटना, हर मुसीबत में क्या अच्छाई है, वह देखना चाहिए, हमारा नजरिया अगर किसी भी इंसान या वस्तु के बारे में पॉजिटिव होगा, तभी हम अपना जीवन अच्छी तरह जी पाएंगे, जीवन का आनंद उठा सकेंगे। 

  ➤ एटीट्यूड क्या है?
              एटीट्यूड ऐसा चश्मा है, जिससे तुम यह दुनिया को देखते हो।  जिससे तुम अपने जीवन को देखते हो।  जिससे तुम अपने आसपास के वातावरण को देखते हो।  अगर आप पीले चश्में  में से देखोगे तो आपको  दुनिया पीली दिखेगी।  अगर आप लाल चश्में से देखोगे तो  यह दुनिया आपको लाल दिखाई देगी।  अगर चश्मा पुराना हो जाए, उस पर धूल  लग जाए तो यह दुनिया आपको  ढूंढली दिखेगी।   
            एटीट्यूड आपके चीजों को देखने का नजरिया है।  दृष्टिकोण है,  घटनाओं,   चीजों, इंसानों को आप किस  नजरिए से देखते हो, यह आप पर निर्भर करता है।  एक आधा पानी का गिलास है।  आप गिलास को किस नजरिए से देखोगे ? पानी का  गिलास आधा  भरा है, या पानी का गिलास आधा खाली है ? पॉजिटिव एटीट्यूड वाले लोग आधा  भरा  है ऐसा कहेंगे, और नेगेटिव एटीट्यूड वाले लोग आधा  खाली है ऐसा बोलेंगे। 
एटीट्यूड मानसिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा, आप कोई भी घटना या वस्तु लिए रिएक्शन कैसे देते हो यह आप पर निर्भर करता हैं ,वह पॉजिटिव भी हो सकता है और नेगेटिव भी। 
          कुछ उदाहरण  देखते हैं,
         अगर पॉजिटिव एटीट्यूड वाले इंसान से पूछोगे की How are you ?  तो वह जवाब देगा, "I am very fine."  और आप नेगेटिव एटीट्यूड वाले शान से पूछोगे तो वह बोलेगा, "very bad." "कुछ अच्छा नहीं चल रहा"
 अगर पॉजिटिव एटीट्यूड वाले इंसानइंसान से पूछोगे कि आपकी तबीयत कैसी है? वह बोलेगा "बहुत बढ़िया है।"  "बहुत   अच्छा है।" नेगेटिव एटीट्यूड वाला बोलेगा "कुछ ठीक नहीं चल रहा है।" 
 पॉजिटिव एटीट्यूड बाला बोलेगा "मेरी लाइफ तो सेलिब्रेशन है।"
 पॉजिटिव एटीट्यूड वाला बोलेगा  'इस मुसीबत   से  निकलने का रास्ता जरूर मिलेगा।" 
नेगेटिव एटीट्यूड वाला बोलेगा  "इस  दुख से कब बाहर  कब निकलूंगा।?"
नेगेटिव एटीट्यूड बोलेगा   'मेरा जीवन तो दुखों से भरा है।" 
            सभी लोगों का एटीट्यूड अलग अलग होता है।  अगर आप शहर में निकलोगे और अनजान लोगों को  हेलो बोलोगे तो सभी लोगों की प्रतिक्रिया अलग-अलग होगी।  सभी लोगों का व्यवहार अलग-अलग -होगा।   कोई स्माइल  देगा, तो कोई नजर  फे लेगा, तो कोई हाथ मिलाएगा,तो कोई गुस्सा करेगा, कोई में मस्त मस्त हूँ। ऐसा बोलेगा, तो कोई ऑल राइट ऐसा बोलेगा। 
 हर एक इंसान पॉजिटिव एटीट्यूड से,  अपनी  जिंदगी की शुरुआत करता है।  बच्चा जब चलने की शुरुआत करता है, तो चलते-चलते गिर जाता है, वह जब गिरता है तो हाथ पकड़कर चलना सिखाने वाले मां बाप की गलतियां नहीं निकलता, वह तो फिर से खड़ा होकर चलने की कोशिश करता है। और बाद में वह चलना सीख जाता है।  उसे विश्वास हो जाता है कि मैं सब कुछ कर सकता हूं। 
   उसका दुनिया को देखने का एटीट्यूड का चश्मा एकदम साफ होता है।  लेकिन जैसे-जैसे वह बड़ा होने लगता है, तो मां-बाप की डाट ,लोगों की  बुराई, जैसे 
 तू यह काम नहीं कर सकता। 
 यह काम तेरे बस का नहीं है।  
 तु में तो कोई समझ ही नहीं है।  
 बिजनेस करना तेरे बस की बात नहीं। 
          ऐसी बातों से उसका एटीट्यूड नेगेटिव होने लगता है।  उसके चश्मे  पर डर और शंका  के धब्बे लग जाते हैं।    और उसके चश्मे से दुनिया को देखने का उसका एटीट्यूट नेगेटिव हो जाता है। 
    Attitude is a little thing that makes a big difference.
       एटीट्यूट एक छोटी सी चीज है जो बड़ा बदलाव लाती है। - Winston Churchill

 ➤ आपके  चश्मेको क्लियर बनाओ -
         मेरा दुनिया को  देखनेका चश्मा बहोत ख़राब हो चुका था।  उस पर धूल  जम गई थी।  इसलिए मैं दुनिया को  अच्छी तरह पर देख नहीं पाता था।मेरे चश्मे के  कांच पर निराशा,शंका,डर,गुस्सा, टिका, आत्मग्लानि,और  चिंता के काले धब्बे लग गए थे।  मिट्टी और धूल चिपक गए थे।  मैंने उस धब्बे, मिट्टी और धूल को साफ किया।( निराशा और चिंता) अब मैं दुनिया को अच्छी तरह देख सकता हूं।  मैंने अपना एटीट्यूड बदला।  उसे साफ़ किया।  और अपने जीवन से  निराशा, शंका,और  चिंता को दूर किया। 
            आपके जीवन में आपको जोभी  सुख और दुख मिलता है।  उसके लिए आपका एटीट्यूड जवाबदार है।  आपके साथ कोई कितना भी बुरा करें, उसका रिएक्शन आपके एटीट्यूट पर निर्भर है। अगर आपका एटीट्यूड  उस घटना के लिए पॉजिटिव है तो आपको कोई फर्क नहीं पड़ता।  क्योंकि आप अपने आप को अच्छा मानते हो। 
 आपके  चश्मे को साफ  रखना आपका काम है। 
 आपका चश्मा  क्लीन करोगे तो आपका जीवन बहुत बढ़िया हो जाएगा।  आपका जीवन सुखी और समृद्ध हो जाएगा।  आप अपने सारे सपने पूरे कर सकोगे। कितनी भी बड़ी मुसीबत  क्यों ना आए, आप उसे अच्छी तरह हेंडल कर सकोगे आप बड़े से बड़ा काम भी बहुत अच्छी  तरफ कर पाओगे।  जो  आपको आज असंभव लगता है। 
 आपके गोल  के बिच जो भी रुकावट है, वह दूर हो जाएगी।  आपको सफलता का रास्ता दिखने लगेगा। 
 हो सकता है कि आपके साथ बहुत बुरा हुआ हो।  आपके बिजनेस में  बहुत नुकसान हुआ हो।  आपके रिश्तें खराब हो गए हो।  आप पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा हो।  हो सकता है अभी तक का  आपका जीवन बहुत संघर्ष से भरा हो।  आपके अभी के हालात, परिस्थितियां, आपकी आर्थिक स्थिति, आपके संबंध ,आपका स्वास्थ कितना भी खराब हो, इन सारी बातों को आप अपने एटीट्यूट से अच्छी कर सकते हो।                    आपका एटीट्यूड आप बदल सकते हो।  आप अपने जीवन को बेहतर बना सकते हो।  भगवान ने आपको सभी शक्तियाँ दी हैं जिससे  आप अपना एटीट्यूड  बदल  के जीवनको बेहतर बना सकते हो। 
The greatest discovery of all time is that a person can change his future by merely changing his attitude.-Oprah Winfrey  
अब तक की सबसे बड़ी खोज यह है की व्यक्ति महज अपना द्रष्टिकोण बदलकर अपना भविष्य बदल सकता है। -Oprah Winfrey 
I Wish Success And Happy Life.
Thank You.   










   

Comments

Popular posts from this blog

Three Techniques Of Sub-Concious Mind
Two Secret Of Success in Gujarati  Power Of Sub-Concious Mind

પ્રેરણાત્મક ગુજરાતી સુવિચાર - ભાગ-૧

  પ્રેરણાત્મક ગુજરાતી સુવિચાર